श्रीमद ्भागवत कथा के रसपान से होती है मोक्ष की प्राप्ति
- May 21, 2025
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-व्यास शैलेन्द्रदास जी ने बताया कथा का महत्व-कथा श्रवण से धुन्धकारी प्रेत भी हुआ मुक्त-कान्हा के भजनों से भक्त जमकर झूमे-विशेष अतिथियों का महाराज ने किया सम्मानJagrat Times/
-व्यास शैलेन्द्रदास जी ने बताया कथा का महत्व-कथा श्रवण से धुन्धकारी प्रेत भी हुआ मुक्त-कान्हा के भजनों से भक्त जमकर झूमे-विशेष अतिथियों का महाराज ने किया सम्मानJagrat Times/
-व्यास शैलेन्द्रदास जी ने बताया कथा का महत्व
-कथा श्रवण से धुन्धकारी प्रेत भी हुआ मुक्त
-कान्हा के भजनों से भक्त जमकर झूमे
-विशेष अतिथियों का महाराज ने किया सम्मान
Jagrat Times/ कानपुर। बाबा सोमेश्वर धाम में प्रारंभ हुई श्रीमद्भागवत के प्रथम दिन कथावाचक शैलेन्द्रदास जी महाराज ने व्यास गद्दी पर विराजमान होते ही सबसे पहले कथा के महत्व पर प्रकाश डाला। महाराज ने बताया कि कलयुग में यही एक ऐसी कथा है जिसके श्रवण मात्र से भक्त का जीवन सरलता से पार हो जाता है। उन्होंने बताया कि धुन्धकारी प्रेत ने अपनी योनि से छुटकारा पाने के लिए इस कथा का श्रवण किया। परिणाम में वह भी मोक्ष का प्राप्त हो गया।
संभव हो तो कथा का ले संकल्प
महाराज ने कथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह कलयुग में इस कथा का खास महत्व है। जिस प्रांगण में यह कथा होती है। वहां का पूरा वातावरण सकारात्मक हो जाता है। भक्तों को उन्होंने बताया कि आप लोग तो यहां पर श्रवण के माजूद है। अगर आपस किसी दूसरे को भी पंडाल में आने के लिए आमंत्रित करते है उसका भी लाभ आपको मिलता है। जो भक्त कथा का संकल्प लेकर यहां आयोजन कराता है। उसके सारे कष्ट भगवान स्वंय हर लेते है। उन्होंने भक्तों से आग्रह किया कि अगर संभव हो तो जीवन में एकबार श्रीमद् भागवत कथा जरूरत करानी चाहिए।
महाराज के भजनों पर झूमे भक्त
कथा पर प्रकाश डालने के दौरान महाराज ने छोटी से छोटी चीजों को भक्तों के सामने सरल शब्दों में रखा। कथा के दौरान वे भाव-विभोर होकर भजन गुनगुनाने लगे। मंचासीन कथावाचक के आचार्य और सहयोगियों ने ढोलक की थाप देकर पूरा पंडाल भक्तिमय कर दिया। महिलाएं और यजमान अमित पाठक परिवार के साथ भगवान के चरणों के समक्ष झूमने लगे।
कथा श्रवण को आएं अतिथियों का सम्मान
कथा श्रवण के लिए बाबा सोमेश्वर धाम प्रांगण में आएं गोविंदनगर विधायक सुरेन्द्र मैंथानी और वरिष्ठ भाजपा नेता दीपू पांडेय व स्थानीय भाजपा पाषर्द का शैलेन्द्रदास जी महाराज ने मंच पर बुलाकर अंगवस्त्र देकर सम्मान किया। नेताओं ने महाराज की चरण वंदना करके आशीर्वाद लिया।
आरती व प्रसाद वितरण
बाबा सोमेश्वर धाम प्रांगण में विराजमान सभी भक्त कथा श्रवण में पूरी तरह मस्त थे। पूर्व निर्धारित समय पर व्यासजी के आदेश पर आचार्य विवेक और सूरज ने आरती की तैयारी की। पंडित विवेक ने माइक पर आरती गाने शुरू किया। पंडित सूरज ने विधि विधाने से सभी भक्तों को आरती करायी। सभी भक्तों ने आरती के बाद प्रसाद ग्रहण किया। कथा श्रवण करके सभी भक्त पूरी तरह उर्जावान थे।