24 घंटे में सबसे अधिक बिटुमिनस कंक्रीट कार्य और थाई बीम क्रैश बैरियर की हुई स्थापना
एक ही दिन में बिछाया गया 34.24 लेन किमी बिटुमिनस कंक्रीट, गाज़ियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे का तोड़ा रिकॉर्ड
24 घंटे में 10 किमी थाई बीम क्रैश बैरियर की स्थापना कर दूसरा विश्व रिकॉर्ड दर्ज किया गया
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स तथा इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा रिकॉर्ड्स को किया गया सत्यापित और प्रमाणित
हरदोई-उन्नाव प्रभाग में हुआ ऐतिहासिक निर्माण कार्य, प्रदेश ने बनाए दो महत्वपूर्ण वर्ल्ड रिकॉर्ड
यूपीडा के तत्वाधान में 594 किमी लंबे एक्सप्रेसवे का कार्य नवंबर 2022 से हुआ है प्रारंभ, नवंबर 2025 तक पूर्ण होने की संभावना
Jagrat Times, लखनऊ / उत्तर प्रदेश की सबसे लंबी और महत्वाकांक्षी परियोजना गंगा एक्सप्रेसवे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योगी सरकार की विकास योजनाओं को नई पहचान दी है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज़ इंडस्ट्रियल अथॉरिटी (यूपीडा) के तहत निर्माणाधीन इस 594 किमी लंबे एक्सप्रेसवे ने 24 घंटे में दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर प्रदेश और देश का गौरव बढ़ाया है।
बिटुमिनस कंक्रीट निर्माण में बना विश्व रिकॉर्ड
हरदोई-उन्नाव प्रभाग (पैकेज-3) में एक ही दिन में 34.24 लेन किमी बिटुमिनस कंक्रीट बिछाया गया। इसमें 20,105 घन मीटर बिटुमिनस मिक्स का उपयोग कर 1,71,210 वर्ग मीटर क्षेत्र में कार्य किया गया। यह अब तक का विश्व में सबसे बड़ा 24 घंटे में हुआ निर्माण कार्य है। इससे पूर्व वर्ष 2023 में गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे पर 27 लेन किमी का रिकॉर्ड था जिसे अब तोड़ दिया गया है। इस कार्य में 200 टन प्रति घण्टे (टीपीएच) की क्षमता वाले 05 हॉट मिक्स प्लांट का प्रयोग किया गया है।
थाई बीम क्रैश बैरियर में भी नया रिकॉर्ड
एक ही दिन में 10 किलोमीटर थाई बीम क्रैश बैरियर की स्थापना कर इस परियोजना ने दूसरा कीर्तिमान स्थापित किया है। यह रिकॉर्ड पहली बार किसी भी एक्सप्रेसवे निर्माण में दर्ज हुआ है। यह कीर्तिमान सीएम योगी आदित्यनाथ की सतत निगरानी और योगी सरकार के ‘गति, गुणवत्ता और पारदर्शिता’ वाले विकास मॉडल का नतीजा है। 27 अप्रैल 2025 को मुख्यमंत्री योगी ने हरदोई में गंगा एक्सप्रेसवे, शाहजहांपुर में आपातकालीन हवाई पट्टी और हापुड़ में गंगा सेतु का निरीक्षण कर समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्य के निर्देश दिए थे।
एआई तकनीक से हो रहा निर्माण की गुणवत्ता का परीक्षण
गंगा एक्सप्रेसवे की राइडिंग क्वालिटी और कम्फर्ट की जांच स्विट्ज़रलैंड की ईटीएच यूनिवर्सिटी, ज्यूरिख की विकसित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से की जा रही है, जिससे निर्माण में अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाया जा सके।
अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड संस्थाओं की मुहर
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर इन रिकॉर्ड्स की पुष्टि की और प्रमाण पत्र जारी किए। निर्माण कार्य मेसर्स अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड द्वारा कराया जा रहा है और मेसर्स पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने ये रिकॉर्ड कायम किए हैं।
सीएम योगी की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम
गंगा एक्सप्रेसवे का यह कीर्तिमान दर्शाता है कि सीएम योगी की अगुवाई में उत्तर प्रदेश अब न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास की नई मिसाल कायम कर रहा है। योगी सरकार की योजनाएं अब रिकॉर्ड बनाने नहीं, बल्कि रिकॉर्ड तोड़ने के लिए जानी जाने लगी हैं।