आम जनता की सुरक्षा करना पुलिस का दायित्व व कर्तव्य : आरती सिंह तंवर
- May 4, 2025
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-पुलिस का मूल कर्तव्य कानून और लोक व्यवस्था को स्थापित रखना। -पुलिस को उन लोगों को दंडित करवाने का भी अधिकार है जो कानून का पालन नहीं करते
-पुलिस का मूल कर्तव्य कानून और लोक व्यवस्था को स्थापित रखना।
-पुलिस को उन लोगों को दंडित करवाने का भी अधिकार है जो कानून का पालन नहीं करते
Jagrat Times, Kanpur/ लगातार समाज में हो रहे बदलाव के कारण अपराधों के कई प्रभाव हैं। जिन क्षेत्रों में अपराध अधिक है, वे अक्सर संपत्ति की कीमतों में गिरावट से पीड़ित होते हैं। जब अपराध दर बढ़ जाती है तो लोग दूर चले जाना चाहते हैं, फिर भी उन्हें अपने घरों को अच्छे मुनाफे पर बेचना मुश्किल लगता है। अपराध के कारणों में निर्धनता, बेरोजगारी, असमानता, शोषण, सांप्रदायिकता और दंगे-फसाद आदि हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अश्लील विज्ञापनों और नग्न प्रदर्शनों ने समाज में व्यभिचार को बढ़ावा दिया है। हर व्यक्ति रातोंरात अकूत धन कमाना चाहता है जिसके परिणामस्वरूप समाज में अपराध तेजी से बढ़ रहा है। समाज में पुलिस के रोल पर विस्तार से चर्चा करते हुए जयपुर में पदस्थापित आरती सिंह तंवर, उप निरीक्षक, राजस्थान पुलिस ने बताया कि पुलिसकर्मी समाज की रक्षा करते हैं। देश के कानून को लागू करने के साथ-साथ पुलिस को उन लोगों को दंडित करवाने का भी अधिकार है जो कानून का पालन नहीं करते। इस वजह से हम नागरिक के तौर पर सुरक्षित महसूस करते हैं और हमें अपनी जान और संपत्ति की ज़्यादा चिंता नहीं होती। यह मानव की एक स्वभाविक प्रवृत्ति है, लेकिन जब असामाजिक कार्य की दर सामाजिक विकास में बाधक बन जाती है तब यह एक समस्या का रूप तक धारण करती है।
आज के दौर में उपभोक्तावादी संस्कृति का प्रभाव समाज के हर वर्ग पर अधिक है जिसके कारण असामाजिक कृत्य समाज के लिए एक गंभीर चुनौती बन गए हैं।
समाजशास्त्रियों का मानना है कि सामाजिक परिस्थितियां व्यक्ति को अपराध करने के लिए प्रेरित करती हैं, व इस प्रकार वे यह सुझाव देते हैं कि आपराधिक व्यवहार स्वाभाविक नहीं है। यह मनुष्यों में जन्मजात नहीं बल्कि परिस्थितिजन्य होता है।
पुलिस की भूमिका पर और जानकारी देते हुए आरती सिंह तंवर ने बताया कि सार्वजनिक जीवन में शांति बनाए रखना, सार्वजनिक सम्पत्ति व औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा, बड़े नेताओं व समाज के प्रमुख व्यक्तियों की सुरक्षा करना, यातायात व्यवस्था बनाये रखना, रात के समय गश्त लगाना, आपसी संघर्ष की घटनाओं को रोकना आदि पुलिस के प्रशासनिक कार्य है।
आपराधिक गतिविधियों को रोकने, अपराधियों को पकड़ने, अपराधियों के द्वारा किये जाने वाले अपराधों की खोजबीन करने, देश की आंतरिक सम्पत्ति की रक्षा करने और जो अपराधी हैं और उनका अपराध साबित करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य जुटाना ही पुलिस का कार्य है। अपराधी घोषित करने के बाद पुलिस संबन्धित व्यक्ति को अदालत को सौंपती है। पुलिस का मूल कर्तव्य कानून व लोक व्यवस्था को स्थापित रखना, अपराध नियंत्रण और निवारण तथा जनता से प्राप्त शिकायतों का निस्तारण करना है । समाज के समस्त वर्गो में सद्भाव कायम रखने हेतु आवश्यक प्रबन्ध करना, महत्वपूर्ण व्यक्तियों व संस्थानों की सुरक्षा करना तथा समस्त व्यक्तियों के जान व माल की सुरक्षा करना है।
पुलिस की अहम भूमिका