हिमाचल से स्वास्थ्य टिप्स दे रहे शहर के कुशाग्र
- March 4, 2025
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-स्कूलिंग समय से ही हेल्थ के प्रति रहे सक्रिय-खानपान में गुणवत्ता देखने की हमेशा रही ललक-स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना रहा शौक-पर्यावरण के प्रति भी रहा लगाव-कैरियर में
-स्कूलिंग समय से ही हेल्थ के प्रति रहे सक्रिय
-खानपान में गुणवत्ता देखने की हमेशा रही ललक
-स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना रहा शौक
-पर्यावरण के प्रति भी रहा लगाव
-कैरियर में भी बी फार्मा को चुना
-जाॅब के साथ सोशल मीडिया पर भी सक्रिय
-वीडियों के माध्यम से युवा और समाज को संदेश
अखिलेश मिश्रा, कानपुर। देश और समाज को स्वस्थ्य रखने के लिए सरकार अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। वहीं, हिमाचल की एक दवा कम्पनी में जाॅब कर रहे शहर के कुशाग्र शुक्ला सरकार के स्वास्थ्य मिशन को अपने अंदाज में जागरूक करने की मुहिम चला रहे है। अपनी व्यस्त लाइफ के बीच समय निकालकर वे सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को क्या खाना चाहिए और उसके क्या लाभ हैं। इसकी विस्तृत जानकारी दे रहे हैं।
बचपन से हेल्थ पर रहा फोकस
काकादेव निवासी कुशाग्र के पिता पंडित चन्द्रकान्त शुक्ला ने बताया कि यह बचपन से ही खानपान के प्रति जागरूक था। हमेशा घर का खाना ही पसन्द करता था। पढ़ाई के समय भी लंच में कभी बाहर का सामान नहीं लिया। हमेशा फल या फिर हल्का पौष्टिक खाना ही लिया। बाहर के सामान से हमेशा दूरी बनायी।
सादा खाना और फलों से रहा प्रेम
सीनियर अधिवक्ता व कुशाग्र के पिता ने बताया कि यह हमेशा फलों से प्रेम करता रहा। बाहर का तला या भूना भोजन कभी पसंद नहीं किया। हमेशा खानपान में पोष्टिकता और गुणवत्ता पर चर्चा करता। बाहर का खाना पसन्द न होने के कारण यह सभी समारोह में हेेेेेेल्थ को प्रभावित न करने वाले भोजन को लाइक किया।
कैरियर में भी बी-फार्मा को चुना
पिता ने बताया कि शिक्षणकाल से कुशाग्र हमेशा मिलनसार
नेचर का रहा है। पढ़ना और समय मिलने पर समाज को कैसे हेल्थी बनाना इस पर काम करना प्रमुख लक्ष्य रहा है। कम्प्यूटर सबसे प्रिय दोस्त रहा है। कैरियर में भी आगे बढ़ने के लिए मेडिकल लाइन यानी बी फार्मा का चयन किया।
हिमाचल की कंपनी में मिली जाॅब
हाईस्कूल व इंटर परीक्षा अच्छों से पास करने के बाद आगे के कैरियर के लिए पीएसआईटी कालेज से बी-फार्मा का कोर्स किया। यहीं से प्लेसमेंट होकर हिमाचल की बड़ी विदेशी कम्पनी में जाॅब मिली। पहले तो काफी व्यस्तता होने के कारण समाज हित के प्रोग्राम कुछ कमजोर पड़े। लेकिन जैसे ही कम्पनी में सहज हुए। एकबार फिर सोशल मीडिया को हथियार बनाकर स्वास्थ्य टिप्स का अभियान चला प्रारंभ कर दिया।
जागरूक करने के लिए देररात वीडियो
सीनियर एडवोकेट चन्द्रकान्त शुक्ला ने बताया कि कम्पनी में अह्म जिम्मेदारी के कारण टाइम का अभाव हो गया है। बावजूद युवा और समाज को स्वास्थ्य की नयी दिशा देने का मुहिम लेकर चले कुसाग्र देररात फ्री होने पर वीडियों बनाकर शरीर को पौष्टिकता देने वाले फलों के बारे में बताते है। इतना हीं नहीं यह भी जानकारी देते है कि किसी फल या सब्जी सेवन करके किन-किन खतरनाक बीमारियों से दूर रहा जा सकता है।
कुशाग्र वेलनेस यूट्यूब चैनल
देश, समाज और नयी पीढ़ी को बीमारी मुक्त रखने के लिए कुशाग्र ने कुशाग्र वेलनेस यूट्यूब चैनल बनाया है। इसमें प्रतिदिन एक वीडियों लोड होता है। जो आपकों स्वस्थ्य रहने के टिप्स देता है। इसकों आप अपने फोन पर लोड करके आवश्यक जानकारी ले सकते है।
बीटेक कराना चाहता था परिवार
परिवार वालों की मानें तो सभी बड़े बेटे को बीटेक कराना चाहते थे। माता-पिता चाहते थे कि बेटा इंजीनियर बने। लेकिन मेडिकल लाइन को अपने जीवन में उतार चुके बेटे ने परिजनों को अपनी मंशा से अवगत कराया और मेडिकल लाइन का चुना। बचपन से ही समाज हित में वह कुछ करना चाहता था। इसी सपना को पूरा करने के लिए कोर्स के बाद दवा कम्पनी को ज्वाइंन किया। जबकि, परिवार ने इंजीनियर बनाने का सपना अपने छोटे बेटे के माध्यम से पूरा किया।
भविष्य की कार्ययोजना
लिए एक डाइट प्लान पर काम करेंगे। योजना के अन्तर्गत जरूरतमंद बेटे से सम्पर्क बनाकर अपने स्वास्थ्य के हिसाब से डाइट प्लान बनवा सकेंगे। इसके अलावा आॅनलाइन सम्पर्क करके अपने किसी भी स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों पर चर्चा करके सही टिप्स ले सकेंगे।