महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत गंभीर होना चाहिए : प्राची दीक्षित
- March 29, 2025
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-तनाव, व्यायाम की कमी, ख़राब आहार और हार्मोनल असंतुलन इसके मुख्य कारण -नियमित जिम वर्कआउट और संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी Jagrat Times, Kanpur / कभी भी अपने
-तनाव, व्यायाम की कमी, ख़राब आहार और हार्मोनल असंतुलन इसके मुख्य कारण
-नियमित जिम वर्कआउट और संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी
Jagrat Times, Kanpur / कभी भी अपने स्वास्थ्य को हल्के में नहीं लेना चाहिए। खासतौर पर महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा गंभीर होना चाहिए। आजकल की जीवनशैली और असमय व अनियमित खान-पान की आदतों के कारण महिलाओं में पीसीओडी/पीसीओएस की समस्या काफी आम हो गई है। तनाव, व्यायाम की कमी, ख़राब आहार और हार्मोनल असंतुलन इसके मुख्य कारण हैं। लेकिन टेंशन मत लीजिए कानपुर की अंतरराष्ट्रीय फिटनेस मॉडल, न्यूट्रीशन व जिम ट्रेनर एक्सपर्ट प्राची दीक्षित द्वारा दिए जाने वाले प्राकृतिक तरीकों से घर पर ही समस्या दूर हो सकती हैं।
पीसीओडी/पीसीओएस का कारण जंक फूड और शुगर ज्यादा खाना है । ये इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है।
तनाव और चिंता – कोर्टिसोल हार्मोन असंतुलन होता है।
शारीरिक गतिविधि का ना होना – शरीर का मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है।
हार्मोनल असंतुलन – अनियमित मासिक धर्म और वजन बढ़ने का कारण बनता है।
अपर्याप्त नींद – खराब नींद हार्मोन परेशान करते हैं।
घर पर पीसीओडी/पीसीओएस ठीक करने के आसान टिप्स
स्वस्थ आहार – जंक और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें। फाइबर युक्त भोजन (दलिया, जई, सब्ज़ियां) और प्रोटीन (पनीर, अंडे, दाल) को आहार में शामिल करें।
चीनी और डेयरी उत्पाद कम कीजिए-ये इंसुलिन और हार्मोन के स्तर को परेशान कर सकते हैं।
रोज एक्सरसाइज जरूरी-कम से कम 30-40 मिनट वर्कआउट करें – शक्ति प्रशिक्षण, योग या तेज चलना।
तनाव को नियंत्रण करना जरूरी: ध्यान और गहरी सांस लेने से तनाव का स्तर कम होता है।
7-8 घंटे की अच्छी नींद लेना आवश्यक-खराब नींद हार्मोनल असंतुलन का प्रमुख कारण होता है।
हाइड्रेशन बनाए रखना चाहिए– रोज़ 3-4 लीटर पानी पीना चाहिए और हर्बल चाय जैसे ग्रीन टी, जीरा पानी, दालचीनी पानी भी लेना चाहिए।
बीज को अपने आहार में शामिल करें : अलसी, कद्दू के बीज और सूरजमुखी के बीज हार्मोनल संतुलन बनाए रखते हैं। इनके उपयोग से स्वास्थ्य उत्तम रहता है।
पीरियड्स ट्रैक करो: अगर अनियमित है तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिए और प्राकृतिक उपचार को ही अपनाना चाहिए।
अधिक जानकारी और समाधान के लिए प्राची दीक्षित को सोशल मीडिया में फेसबुक और इंस्टाग्राम पेज पर फालो किया जा सकता है।