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जर्मनी की सिंगर कैसेंड्रा हैं राम भक्त: ‘अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम’ गाकर पीएम मोदी का दिल जीता

  • April 30, 2025
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जर्मनी की सिंगर हैं राम भक्त: ‘अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम’ गाकर पीएम मोदी का दिल जीता -कैसेंड्रा भारत अपनी मां के साथ आई और प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात

जर्मनी की सिंगर कैसेंड्रा हैं  राम भक्त: ‘अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम’ गाकर पीएम मोदी का दिल जीता

जर्मनी की सिंगर हैं राम भक्त: ‘अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम’ गाकर पीएम मोदी का दिल जीता

  • कोयंबटूर में महाशिवरात्रि के पर्व पर कार्यक्रम में भी प्रस्तुति देकर सबका मन मोहा

-कैसेंड्रा भारत अपनी मां के साथ आई और प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की

Senior Journalist Marxia Jafar

मरजिया जफर, नोएडा : ‘राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी’ इस भजन को अपने मीठे सुरों की माला में पिरोने वाली गायिका ने कभी भगवान राम की प्रतिमा को अपनी आंखों से नहीं देखा, लेकिन भगवान राम के प्रति उनकी आस्था और भावना की झलक उनके गाए इस भजन में बखूबी नजर आती है। भारतीय न होने के बावजूद उन्हें भारत की संस्कृति से बहुत लगाव है। जर्मनी की सिंगर कैसेंड्रा मॅई स्पिटमैन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ‘मन की बात’ में खूब तारीफ की। हैरत की बात ये है कि जर्मनी की होने के बावजूद उन्हें हिंदी, मलयालम, तमिल, उर्दू, बंगाली, संस्कृत और कन्नड़ समेत कई भाषाओं का ज्ञान है और वो इन सभी भाषाओं में बखूबी गाना गा सकती हैं। हाल ही में कोयंबटूर में सद्गुरु के ईशा फाउंडेशन और योगा सेंटर में महाशिवरात्रि के पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में भी इस जर्मन सिंगर ने प्रस्तुति दी। 22 साल की कैसेंड्रा मॅई स्पिटमैन को बचपन से ही संगीत का शौक है। हमेशा गुनगुनाते रहना उनकी आदत का हिस्सा है। कैसेंड्रा का कहना है कि “बचपन में मुझे स्टेज वाली फीलिंग आती थी। हमेशा हाथों को माइक बनाकर गाती। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि में किस लैंग्वेज में गा रही हूं। बस गाने का जुनून सर पर सवार रहता”।कैसेंड्रा ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ‘राम आएंगे’ भजन गाकर भारत में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने तमिलनाडु के पल्लादम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें भजन भी गाकर सुनाया।

पीएम मोदी ने की प्रशंसा
कैसेंड्रा भारत अपनी मां के साथ आई और प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। कैसेंड्रा का कहना है कि “प्रधानमंत्री मोदी से मिलने से पहले वो नर्वस हो गई थी। लेकिन मोदी से मुलाकात के बाद उन्हें ‘अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम’ भजन और एक तमिल गाना गाकर सुनाया”। कैसेंड्रा ‘जगत जाना पालम’ और ‘शिव पंचाक्षर स्त्रोतम’ भी गाया। जो मोदी को खूब पसंद आया और पीएम ने उनकी खूब तारीफ की।

भारतीय संस्कृति से बेहद लगाव
जर्मन सिंगर का कहना है कि भारत आने के बाद उन्हें एहसास हुआ की यहां के लोग बहुत साफ दिल और धार्मिक प्रवृत्ति के हैं और हमेशा भक्ति भाव में लीन रहना भारत के लोगों को पसंद है।

हिंदी सीखना मुश्किल है
इस विदेशी गायिका को हिंदी भाषा एक सुर की तरह लगती है जो कानों में चाशनी घोलती है और रूह में उतर जाती है। उन्हें हिंदी गाने गाना बहुत पसंद हैं। लेकिन हिंदी सीखना कैसेंड्रा के लिए आसान नहीं था। कैसेंड्रा का मनना है कि हिंदी मेलोडियस और मीठी बोली है जो उन्हें अपनी ओर आकर्षित करती रही है। भारत आने के बाद ये भी मालूम हुआ कि हिंदी भाषा में भी विभिन्न लहजे होते हैं जो अद्भुत है।

आई लव इंडिया
कैसेंड्रा कहती हैं कि हिंदी को जानने और सीखने से पहले उन्होंने भगवान से प्रार्थना की कि वह हर चुनौती पार कर सकें। अगर किसी कल्चर के बारे में जानने में दिलचस्पी है तो वहां की भाषा सीखना बहुत जरूरी है। कैसेंड्रा को भारत की संस्कृति से बेहद लगाव है और वह इसे और भी गहराई से जानना समझना चाहती हैं।
कैसेंड्रा कहती हैं कि मेरे जैसे लोग जो देख नहीं सकते उनके कोई ऐसी एप्लीकेशन होनी चाहिए जिससे वो कोई भी भाषा आसे सीख सकें।
कैसेंड्रा कहती हैं कि भगवान ने उन्हें इस खूबसूरत दुनिया को देखने के लिए आंखें नहीं दी, लेकिन उसके बदले में ईश्वर ने उन्हें दूसरी शक्तियां दी हैं जिससे वो चीजों को महसूस कर सकती हैं। कैसेंड्रा म्यूजिक कॉन्सर्ट में म्यूजिक नोट्स का इस्तेमाल करती हैं। कैसेंड्रा कहती हैं मेरे जैसे लोगों के लिए चश्मे अल्ट्रासोनिक, सफेद केन की तरह सॉफ्टवेयर भी बनना चाहिए। ग्रोसरी शॉपिंग ऐप्स और ज्यादा स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म होने चाहिए। इसके अलावा नेविगेशन के लिए भी कोई ऐप बनाना चाहिए।

जिंदगी ने जरूरत से ज्यादा इज्जत मिली
इस विदेशी सिंगर को बचपन से ही सम्मान मिला है जिसका सिलसिला अब भी जारी है। जिंदगी ने ऐसे बहुत से खूबसूरत पल दिए जो उन्होंने महसूस किए हैं। कैसेंड्रा देख नहीं सकती लेकिन उनका सपना पूरी दुनिया घूमने और वहां की भाषा संस्कृति को समझने का है। कैसेंड्रा का मनना है कि ऊपर वाले का उनपर खास करम है क्योंकि इस खूबसूरत दुनिया को देखने के लिए उन्हें आंखों की जरूरत नहीं।

भारत के पर्व दिल को छूते हैं
कैसेंड्रा को दिवाली बहुत पसंद है। भारतीय दिवाली के त्योहार पर जो भजन गाते हैं, वो दिल को सुकून देता है।भारत अपने लजीज पकवानों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। यहां के मसालों की खुशबू, कैसेंड्रा को इंडियन स्पाइसी डिशेज और खासकर बिरयानी बहुत पसंद हैं।

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