तुम्हरे भजन राम को पावे जनम जनम के दुख बिसरावे
- April 29, 2025
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Jagrat Times, Kanpur/ कृपा धाम मंदिर प्रांगण में आयोजित होने वाली पंच दिवसीय ( संगीतमय भक्तमाल कथा ) के प्रथम दिवस प्रातः काल 501 महिलाओं द्वारा भव्य कलश
Jagrat Times, Kanpur/ कृपा धाम मंदिर प्रांगण में आयोजित होने वाली पंच दिवसीय ( संगीतमय भक्तमाल कथा ) के प्रथम दिवस प्रातः काल 501 महिलाओं द्वारा भव्य कलश
Jagrat Times, Kanpur/ कृपा धाम मंदिर प्रांगण में आयोजित होने वाली पंच दिवसीय ( संगीतमय भक्तमाल कथा ) के प्रथम दिवस प्रातः काल 501 महिलाओं द्वारा भव्य कलश एवं ध्वज शोभा यात्रा निकाली गई जो की मंदिर परिक्षेत्र से शास्त्री नगर काली मठिया से गडरियन पुरवा से घूमते हुए दो किमी परिधि क्षेत्र की परिक्रमा पूर्ण कर मंदिर प्रांगण तक पुनः विश्राम हुई ।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में सायं काल 3 बजे सात बजे तक होने वाली भक्त माल कथा में कार्यक्रम आयोजक संयोजक सुनील कपूर सपना कपूर , राजीव चतुर्वेदी गुड़िया चतुर्वेदी, द्वारा व्यास पीठ का पूजन किया गया ।
कथा के प्रथम दिवस दिल्ली से पधारे सुप्रसिद्ध रामकथा वाचक एवं भागवताचार्य ” आचार्य श्री कृष्ण गोपाल सुवेदी ” जी ने कथा के भक्त माल की कथा का शुभारंभ करते हुए बताया कि सकल ब्रह्मांड में हमे पुण्य फल सिर्फ भगवान की भक्ति से भी नही मिलता बल्कि ऐसे भक्त भी हुए है जिनका भजन स्वयं भगवान भी जप रूप में करते रहते है जिनमे भक्त राज नाम देव जी महाराज ,ब्रह्म ऋषि नारद जी , हनुमान जी महाराज, पुंडरीक जी , भक्त प्रह्रल्लाद ,श्रवण कुमार , जैसे भी भक्त हुए है जिनकी धर्म और भक्ति का बखान स्वय भगवान भी करते है कथा व्यास गोपाल सुवेदी कहते है भक्ति के साथ धर्म का मार्ग भी होना परम आवश्यक है ।
भक्त और भगवान के अनुपम उदाहरण भक्त शिरोमणि श्री हनुमान जी और पुंडरीक की कथा अद्भुत भक्ति में मिलता है इन दोनो के पास सदा अष्ट सिद्धि और नौ निधि समाहित रहती है दोनो ही श्री लक्ष्मी नारायण जो सुमिरन करते है। माता पिता के रूप में पुंडरीक की भक्ति सर्वोत्तम है जिनकी भक्ति से प्रसाद पाने को भगवान स्वय विट्ठल रूप में दरवाजे के बाहर इंतजार करते है वही अपने आराधेश्वर के रूप में राम सीता भक्ति करने वाले हनुमान उन्हें अपने ह्रदय में विराजते है दोनो की ही भक्ति बिरली है अद्भुत है तुम्हरे भजन राम को भावे जनम जनम के दुख विसरावे …जो भी आपका सुमिरन भी कर लेगा उसके जन्मों के दुख मिट जायेंगे ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कथा संयोजक सुनील कपूर सपना कपूर , प्रमुख आचार्य प्रमोद तिवारी , प्रधान सेवक राजीव चतुर्वेदी , मीडिया प्रभारी पंडित कमल मिश्र एवं मंदिर सभी सेवक सहित कार्यकर्ता गण मौजूद रहे ।