मेरी हर सफलता का श्रेय मेरे माता-पिता को जाता है : डॉ. मधुलिका शुक्ला
- March 4, 2025
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-कानपुर शहर में होम्योपैथी की प्रतिष्ठित डॉक्टर हैं मधुलिका शुक्ला -मेरा जीवन संवारने में मेरे माता-पिता ने कोई कसर नहीं छोड़ी -मेरे भाई और बहन ने मेरा हर
-कानपुर शहर में होम्योपैथी की प्रतिष्ठित डॉक्टर हैं मधुलिका शुक्ला
-मेरा जीवन संवारने में मेरे माता-पिता ने कोई कसर नहीं छोड़ी
-मेरे भाई और बहन ने मेरा हर कदम पर साथ दिया
-अद्भुत इलाज करने के लिए मिल चुके हैं कई राज्य स्तरीय पुरस्कार
City Desk, कानपुर : इस संसार में माता-पिता से बढ़कर कोई भी नहीं है। वह अपने बच्चों के लिए जितना त्याग और बलिदान कर सकती है उतना कोई भी नहीं कर सकता है। मेरा जीवन संवारने में मेरे माता-पिता ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।
माता-पिता का गुणगान करने के लिए शब्द कम पड़ सकते हैं लेकिन उसके गुणों की संख्या कम नहीं होगी। यह कहना और मानना है कि कानपुर शहर की मशहूर होम्योपैथी डॉक्टर मधुलिका शुक्ला का। अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए डॉक्टर मधुलिका ने बताया कि उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया। अपना कॅरियर बनाने के दौरान जब भी मैं कभी निराश हुई तो उन्होंने मुझे महत्वपूर्ण सलाह दी जिसकी बदौलत आज मैं डॉक्टर बन पाई हूं। मैं खुद को बहुत ही भाग्यशाली मानती हूं कि मेरे भाई और बहन ने भी मेरा हर कदम पर साथ दिया। सबके लिए मेरी यही सलाह है कि करियर बनाने के लिए कभी भी अपने परिवार से दूरी मत बनाइए क्योंकि परिवार के अलावा कोई भी आपके साथ हमेशा खड़ा नहीं होगा। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण कोरोना काल में देखने को मिला जब बड़े-बड़े शहरों के अलावा लोग विदेशों में बड़ी-बड़ी नौकरी व व्यवसाय छोड़कर अपने घर वापस आ गए। इससे यह साबित हो गया कि आपके घर से सुरक्षित जगह कोई नहीं है।