डिजाइन से ड्रोन तक, ड्रीम लैब्स बनेंगी स्कूली शिक्षा की नई पहचान
- June 12, 2025
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ड्रीम लैब्स से योगी सरकार का बड़ा कदम, शिक्षा और तकनीक के संगम से बदलेगा उत्तर प्रदेश का भविष्य राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में ड्रीम लैब्स की स्थापना के
ड्रीम लैब्स से योगी सरकार का बड़ा कदम, शिक्षा और तकनीक के संगम से बदलेगा उत्तर प्रदेश का भविष्य राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में ड्रीम लैब्स की स्थापना के
ड्रीम लैब्स से योगी सरकार का बड़ा कदम, शिक्षा और तकनीक के संगम से बदलेगा उत्तर प्रदेश का भविष्य
राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में ड्रीम लैब्स की स्थापना के लिए टाटा नेल्को और यास्कावा से हुआ समझौता
उभरते तकनीकी कौशल से लैस होगा प्रदेश, अमेरिका और जापान की तरह स्कूली स्तर पर मिलेगा व्यवसायिक प्रशिक्षण
Jagrat Times, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश शिक्षा और उद्योग के संगम से भविष्य की दिशा तय कर रहा है। इसी कड़ी में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अत्याधुनिक ड्रीम लैब्स की स्थापना के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने टाटा नेल्को और यास्कावा के साथ महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। यह पहल न केवल स्कूली शिक्षा को व्यवहारिक और तकनीकी रूप से समृद्ध बनाएगी, बल्कि राज्य को तकनीकी कौशलयुक्त जनशक्ति की दिशा में अग्रसर करेगी। जैसे अमेरिका, जर्मनी, जापान और कोरिया जैसे देश स्कूली स्तर पर ही व्यवसायिक प्रशिक्षण को एकीकृत कर छात्रों को रोजगार-योग्य बना चुके हैं, वैसे ही उत्तर प्रदेश अब उसी दिशा में मजबूत कदम उठा रहा है। योगी सरकार की यह पहल शिक्षा को औद्योगिक दृष्टिकोण से जोड़ने का स्पष्ट संकेत है।
ओडीओपी से ड्रीम लैब्स तक आत्मनिर्भरता की ओर कदम
एक जिला एक उत्पाद (ODOP) योजना की सफलता ने पारंपरिक शिल्प और स्थानीय उद्योगों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। अब इसी नींव पर निर्मित ड्रीम लैब्स उन्नत तकनीकी प्रशिक्षण जैसे रोबोटिक्स, मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमेशन, डिज़ाइन थिंकिंग आदि क्षेत्रों में छात्रों को तैयार करेंगी। इससे न केवल स्थानीय एमएसएमई इकाइयों को तकनीकी संबल मिलेगा, बल्कि उत्पाद गुणवत्ता, नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी मजबूती आएगी।
हब एंड स्पोक मॉडल पर आधारित
ड्रीम लैब्स हब एंड स्पोक मॉडल पर आधारित हैं, जहां विद्यार्थियों को व्यवहारिक प्रशिक्षण, उद्योग प्रासंगिक विशेषज्ञता और रोजगार के अवसरों के लिए तैयार किया जाएगा। ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में स्थानीय जरूरतों के अनुरूप कौशल सिखाने की व्यवस्था की गई है – जैसे खेती, हस्तशिल्प, नवीकरणीय ऊर्जा, ड्रोन तकनीक और थ्रीडी प्रिंटिंग।
अंतरराष्ट्रीय तकनीकों की ओर छात्रों की पहुंच
ड्रीम लैब्स का अंतरराष्ट्रीय खंड विद्यार्थियों को भविष्य की तकनीकों जैसे इलेक्ट्रिक व्हीकल, एआई, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन, रोबोटिक्स आदि में दक्ष बनाएगा, वही तकनीकें जो आने वाली अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने जा रही हैं। ड्रीम लैब्स कुल 15 विशेष कौशल डोमेन्स को कवर करेंगी। यह केवल एक शैक्षिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि योगी सरकार का परिवर्तनकारी मिशन है जो शिक्षा को रोजगार और नवाचार से जोड़कर उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय औद्योगिक और तकनीकी शक्ति के रूप में उभारने की दिशा में कार्यरत है।
कक्षा से उद्योग और स्थानीय से वैश्विक
योगी सरकार की यह पहल राज्य की नीतियों को उभरते उद्योगों की जरूरतों से जोड़ती है और एक ऐसा कुशल कार्यबल तैयार करती है जो कक्षा से लेकर कारखानों तक और स्थानीय प्रभाव से लेकर वैश्विक अवसरों तक पूरे भारत के भविष्य को आकार देगा।