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पटना की बेटी डॉ. शिखा नरूला ने मां के सपनों को दिए पंख

  • May 11, 2025
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-कड़ी मेहनत और लगन से हर हुनर में निखरीं डॉ. शिखा नरूला, बनीं अंतरराष्ट्रीय मंचों की पहचान” -डॉ.शिखा नरूला की महिला सशक्तिकरण,बाल विकास और कैंसर जागरूकता के प्रति

पटना की बेटी डॉ. शिखा नरूला ने मां के सपनों को दिए पंख

-कड़ी मेहनत और लगन से हर हुनर में निखरीं डॉ. शिखा नरूला, बनीं अंतरराष्ट्रीय मंचों की पहचान”

-डॉ.शिखा नरूला की महिला सशक्तिकरण,बाल विकास और कैंसर जागरूकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता

Jagrat Times, Kanpur/ चट्टान जैसे इरादे और बुलंद हौसले रखने वाले ही जीवन में सफल होते हैं। कोई भी कठिन परिस्थिति उन्हें अपने फैसले से डिगा नहीं पाती है। बिहार की राजधानी पटना से यह प्रेरणास्रोत, डॉ शिखा नरूला आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपने हुनर, हौसले और सोच से दुनिया को दिशा दे रही हैं। मंचों पर जो रोशनी और तालियां सुनाई देती हैं, उसके पीछे हैं वो चुप्पी, संघर्ष, और एक मां की दी हुई प्रेरणा — जो चाहती थीं कि उनकी बेटी बहु-गुणों से संपन्न एक मिसाल बने। वर्तमान समय में वह रोज नए आयाम लिखते हुए मील के पत्थर स्थापित कर रहीं हैं। डॉ. शिखा नरूला का जीवन बहुत ही गौरवशाली है। कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत उन्होंने सफल एवं प्रतिष्ठित इवेंट डायरेक्टर बनकर अपनी काबिलियत को साबित कर दिया। वह एक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय इवेंट डायरेक्टर, संस्थापक और निदेशक, लेखिका, कलाकार और एक शक्तिशाली समाज सुधारक हैं। उन्हें बहुत कम उम्र से ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने खुद से वादा किया था कि वह अपनी कहानी अपनी शर्तों पर लिखेंगी।

पटना बिहार में जन्मी और पली-बढ़ी, 2018 में स्थापित नरूलाज़ एंड कंपनी की संस्थापक और निदेशक के रूप में भारत और नेपाल में उच्च-प्रभाव वाले सांस्कृतिक, फैशन और पुरस्कार समारोहों जैसे सफल इवेंट कराने में अग्रणी हैं। इंटरनेशनल एक्सीलेंस अवार्ड्स, ग्लोबल स्टार्स अवार्ड, इंटरनेशनल किड्स फैशन शो और एब्रेले मिस एंड मिसेज इंडिया/वर्ल्ड जैसे आयोजनों के साथ, उन्होंने न केवल ग्लैमर को बढ़ाया है, बल्कि मजबूत सामाजिक संदेश भी दिए हैं।

उनकी कलम भी उतनी ही ताक़तवर है जितनी उनकी आवाज़। हाल ही में प्रकाशित उनकी किताब “Red Stain, White Society” समाज की सोच, मासिक धर्म से जुड़े टैबू, और नारी के प्रति मौन अन्याय पर साझा करती है।
डॉ. शिखा कहती हैं, “ये किताब स्याही से नहीं, उन आवाज़ों से लिखी गई है जिन्हें कभी सुना नहीं गया।”

अगर उनके शैक्षिक योग्यता की बात की जाए तो उन्होंने दृढ़ संकल्प के साथ अपने शैक्षणिक लक्ष्यों का पीछा किया। बी.कॉम और एम.कॉम की पढ़ाई पूरी की और बाद में अपने सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान के लिए शिक्षा विद्यापीठ से डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित हुईं। जो चीज उनकी यात्रा को वास्तव में प्रेरणादायक बनाती है।

महिला सशक्तिकरण, ऑटिज्म जागरूकता, बाल विकास, कैंसर जागरूकता और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता है। डॉ. नरूला लेखन, स्वास्थ्य और सक्रियता के प्रति अपने जुनून को इस तरह से जोड़ती हैं कि वह एक स्थायी प्रभाव छोड़ती है। विशेष बातचीत में डॉ. शिखा नरूला ने बताया कि परिवर्तन वहीं से शुरू होता है, जहां दूसरे लोग विश्वास करना बंद कर देते हैं। किसी मंच का इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं है। साहस शोर के बारे में नहीं है, यह अकेले उठने की शांत शक्ति के बारे में है। सपनों को अनुमति की ज़रूरत नहीं है। उन्हें जुनून, दृढ़ता और उद्देश्य की ज़रूरत है।

कई वैश्विक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया

नरूलाज़ एंड कंपनी की संस्थापक और निदेशक डॉ. शिखा नरूला ने पटना, बिहार को बहुत गौरव दिलाया है। सामाजिक सुधार, महिला सशक्तिकरण और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों के आयोजन में अपने शक्तिशाली योगदान के लिए जानी जाने वाली, उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों जैसे गैलेक्सी एक्सीलेंस अवार्ड, इंटरनेशनल आइकॉन अवार्ड, महिला नेतृत्व सम्मान और मानवता उत्कृष्टता पुरस्कार भी शामिल है।

उनके निरंतर प्रयासों ने न केवल सामाजिक परिदृश्य को बदल दिया है, बल्कि उन्हें भारत एवं नेपाल भर के प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि और मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित भी किया गया है। डॉ. नरूला अपनी स्व-निर्मित यात्रा और उल्लेखनीय उपलब्धियों से हजारों लोगों को प्रेरित करती रहती हैं। वह एक सशक्त आवाज़ और दूरदर्शी व्यक्तित्व की धनी हैं।
फैशन शो से लेकर सामाजिक शिखर सम्मेलनों तक, ब्रांड ने 40 से अधिक बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार – काठमांडू,एब्रिएल मिस एंड मिसेज इंडिया / वर्ल्ड,ग्लोबल स्टार अवार्ड,अंतर्राष्ट्रीय किड्स फैशन शो,ग्लोबल हेल्थ आइकॉनिक अवार्ड भी शामिल हैं। उन्होंने न केवल ग्लैमर को बढ़ाया है, बल्कि मजबूत सामाजिक संदेश भी दिए हैं। उनके कार्यक्रमों में भारत, नेपाल, भूटान और यूके जैसे देशों से भागीदारी देखी गई है, जिसमें मशहूर हस्तियां, राजनयिक, उद्यमी और सामाजिक प्रभावक शामिल हैं।

कार्यक्रमों और प्रशंसाओं से परे, डॉ. नरूला स्वास्थ्य और रचनात्मकता में गहरी आस्था रखती हैं। प्रकृति से गहराई से जुड़ी डॉ. शिखा नरूला योग, प्राणायाम, ध्यान और शुद्ध शाकाहारी जीवनशैली की उपचार शक्ति में विश्वास करती हैं। वह संतुलन, सचेतनता और आंतरिक शांति के मूल्यों के अनुसार जीती हैं – यह साबित करते हुए कि सच्ची शक्ति अनुग्रह, अनुशासन और आत्म-विश्वास में निहित है। इसके अलावा, उन्हें बागवानी, लेखन, संगीत और यहां तक कि अपने स्वयं के शो में मॉडलिंग करना भी पसंद है – जो लालित्य और आंतरिक शक्ति का प्रतीक है।
आज, डॉ. नरूला सिर्फ़ कार्यक्रम ही नहीं बल्कि वह हज़ारों अन्य लोगों के लिए आशा, सम्मान और दिशा का निर्माण कर रही हैं, जिन्होंने कभी अनसुना या अनदेखा महसूस किया है। उनकी दिवंगत माँ उनके लिए मार्गदर्शक बनी हुई हैं, जो उन्हें साहस, करुणा और स्पष्टता के साथ चलने की याद दिलाती हैं। और यही वह करती हैं, हर एक दिन। वह इतिहास बना रही हैं। चाहे मंच पर हों या किसी किताब के पन्नों में, उनकी आवाज़ ऐसी है जो उत्थान करती है, सशक्त बनाती है और जागृत करती है।

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