पंडित चन्द्रकान्त शुक्ला से जानिए! हनुमान जी की सिद्धि कैसे प्राप्त करें
April 26, 2025
0
Jagrat Times, Kanpur/ पंडित चन्द्रकान्त शुक्ला से जानिए! हनुमान जी की सिद्धि कैसे प्राप्त करें हनुमान जी की कृपा पाना आसान है, लेकिन उनकी सिद्धि (यानि उनका विशेष
Jagrat Times, Kanpur/ पंडित चन्द्रकान्त शुक्ला से जानिए! हनुमान जी की सिद्धि कैसे प्राप्त करें
हनुमान जी की कृपा पाना आसान है, लेकिन उनकी सिद्धि (यानि उनका विशेष आशीर्वाद और आत्मिक अनुभव) प्राप्त करने के लिए निष्ठा, संयम और तपस्या की आवश्यकता होती है। नीचे एक सरल और प्रभावी तरीका दिया गया है जिससे आप हनुमान जी की कृपा और सिद्धि प्राप्त कर सकते हैं:
Pandit Chanderkant Shukla ( Astrologer)
ब्रह्मचर्य पालन करें (शुद्ध आचरण)
हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं, अतः उनकी सिद्धि के लिए जीवन में संयम और शुद्धता अत्यंत आवश्यक है। मानसिक, शारीरिक और वाणी की पवित्रता बनाए रखें।
नियमित साधना और मंत्र जाप करें
प्रतिदिन सूर्योदय से पहले स्नान कर शांत और स्वच्छ स्थान पर बैठें।
“ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का जाप करें – कम से कम 108 बार।
धीरे-धीरे 11 माला, फिर 21 माला तक जाएँ।
यदि हो सके तो हनुमान बाहुक या हनुमान अष्टक का पाठ भी करें।
मंगलवार और शनिवार का विशेष व्रत रखें
इन दिनों उपवास करें या सात्विक भोजन लें।
हनुमान जी के मंदिर जाएं, उन्हें सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।
प्रसाद में गुड़-चना या बूंदी दें।
हनुमान चालीसा का पाठ करें।
ध्यान और एकाग्रता
हर दिन हनुमान जी के स्वरूप का ध्यान करें: उनकी गदा, लाल रूप, राम-नाम लिखा हुआ हृदय, विशाल स्वरूप।
यह ध्यान मन को शुद्ध करता है और हनुमान जी के दर्शन के लिए पात्रता बढ़ाता है।
सेवा और दया
कमजोरों, जरूरतमंदों और बुजुर्गों की सेवा करें।
हनुमान जी सेवा और निष्ठा से प्रसन्न होते हैं।
नियम का पालन और धैर्य
सिद्धि प्राप्ति में समय लगता है।
कभी हार न मानें।
नियम तोड़ने से साधना का फल रुक सकता है।
विशेष मंत्र (गुप्त हनुमान मंत्र – सिद्धि हेतु):
ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नमः
यह एक सिद्ध मंत्र है, जिसे 108 बार प्रतिदिन जाप करें। जप के समय लाल वस्त्र पहनें और लाल आसन पर बैठें।
सावधानियाँ:
साधना के समय मांस, शराब, झूठ, चोरी आदि से दूर रहें।
रात में साधना से पहले स्नान करें यदि आप देर से कर रहे हों।
साधना काल में गुप्त रहें – अपनी साधना सबको न बताएं।
निष्कर्ष: हनुमान जी की सिद्धि तप, त्याग और भक्ति से मिलती है। यदि आप सच्चे मन, संयम और निष्ठा से साधना करेंगे तो निश्चित ही एक दिन हनुमान जी का आशीर्वाद और उनकी साक्षात अनुभूति प्राप्त होगी।