पंडित चन्द्रकान्त शुक्ला से जानिए! नवरात्रि पूजा की विधि और आवश्यक बातों का ध्यान
- March 24, 2025
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Jagrat Times, kanpur / नवरात्रि पूजा विधि नवरात्रि के पहले दिन सुबह स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें। एक मिट्टी के कलश में पानी भरें और उसमें पाँच
Jagrat Times, kanpur / नवरात्रि पूजा विधि नवरात्रि के पहले दिन सुबह स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें। एक मिट्टी के कलश में पानी भरें और उसमें पाँच
Jagrat Times, kanpur / नवरात्रि पूजा विधि
नवरात्रि के पहले दिन सुबह स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
एक मिट्टी के कलश में पानी भरें और उसमें पाँच पत्ते (पंच पल्लव) डालें।
कलश के ऊपर नारियल रखें और उसे लाल कपड़े में लपेटकर मौली (कलावा) बाँधें।
कलश के पास जौ (जवारे) बोएं, जो शुभता का प्रतीक माने जाते हैं।
घर के मंदिर या स्वच्छ स्थान पर मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
उन्हें लाल या पीला वस्त्र अर्पित करें।
सिंदूर, अक्षत (चावल), कुमकुम और पुष्प अर्पित करें।
धूप-दीप जलाकर आरती करें।
पहला दिन: मां शैलपुत्री
दूसरा दिन: मां ब्रह्मचारिणी
तीसरा दिन: मां चंद्रघंटा
चौथा दिन: मां कूष्मांडा
पांचवा दिन: मां स्कंदमाता
छठा दिन: मां कात्यायनी
सातवां दिन: मां कालरात्रि
आठवां दिन: मां महागौरी
नवां दिन: मां सिद्धिदात्री
अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन करें।
नौ कन्याओं को आमंत्रित करें, उनके पैर धोकर तिलक लगाएं और उन्हें भोजन कराएं।
प्रसाद में हलवा, पूड़ी और काले चने परोसें।
कन्याओं को दक्षिणा (धन या वस्त्र) देकर विदा करें।
हवन करें और मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करें।
पूजा के दौरान निम्न मंत्र का जाप करें:
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे”
दुर्गा सप्तशती या देवी महात्म्य का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
🌸 पूजा के नियम:
नवरात्रि में सात्त्विक भोजन करें (प्याज-लहसुन का त्याग करें)।
संयम और शुद्ध आचरण का पालन करें।
व्रत रख सकते हैं या फलाहार करें।