सपनों को धरातल पर लाने की जिद में हिमानी की भूमिका
- March 23, 2025
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-इटावा के गांव में परिवार के साथ थी भूमिका-बचपन से ही मिल गयी घरेलु जिम्मेदारी-बीमार पिता के कारण आर्थिक स्थिति खराब-8 साल की उम्र से ही पाल लिया
-इटावा के गांव में परिवार के साथ थी भूमिका
-बचपन से ही मिल गयी घरेलु जिम्मेदारी
-बीमार पिता के कारण आर्थिक स्थिति खराब
-8 साल की उम्र से ही पाल लिया नाचने का शौक
-गांव भ्रमण के दौरान हिमानी की पड़ी नजर
-बातचीत में हिमानी को भा गयी भूमिका
-परिजनों को मनाकर भूमिका इटावा टू हैदराबाद सफर
-कैरियर के लिए हिमानी बनी भूमिका की द्रोणाचार्य
-हिमानी की मेहनत और तपस्या से निख रही बेटी भूमिका
-बिजनेस पार्टनर विकास तिवारी की है रिश्तेदार
Akhilesh Mishra, कानपुर। इटावा के रहने वाले इस गरीब किसान परिवार के लोगों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी 8 साल की बेटी कभी अपने डांस शौक के कारण इटावा से हैदराबाद के लिए रवाना होगी। कैरियर के इस सफर को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया कानपुर की रहने वाली वर्तमान में हैदराबाद निवासी हिमानी ने । जो अपने बिजनेस पाटर्नर को कोविड के दौरान स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण इटावा गांव छोड़ने आई थी। यहीं, भूमिका को उन्होंने थिरकते देखा। प्रभावित हुई और बात की। बातचीत के दौरान ही उन्होंने संकल्प ले लिया कि अगर परिवार सहयोग करेगा तो वो भूमिका के सपने को धरातल पर उतार देगी। परिवार को मनाने में लगा ऐड़ी-चोटी का जोर हिमानी ने भूमिका के पिता और मां से बातचीत का सिलसिला शुरू किया। मात्र 8 साल की होने के बावजूद वह घर के सभी काम कर रही थी। ऐसे में माता-पिता के समझाना बहुत मुश्किल था। हिमानी ने परिजनों को अश्वास्त किया कि वह बेटी बनकर रहेंगी। उसका कैरियर बनेगा तो परिवार भी भविष्य में आर्थिक स्थिति से मजबूत होगा। काफी मेहनत के बाद परिजन माने।
पिता जयप्रकाश बीमार, मां रीना पर जिम्मेदारी
हिमानी ने बताया कि भूमिका के पिता जयप्रकाश तिवारी पैरालासिस अटैक के कारण बीमार थे। इसलिए घर की सारी जिम्मेदारी मां रीना तिवारी पर थी। कमाने के नाम पर कोई नहीं था। ऐसी स्थिति में उन्होंने परिवार की आर्थिक मदद करने का भी भरोसा दिलाया। इसका निर्वाहन वे आज भी कर रही है।
इटावा से हैदराबाद का सफर
भूमिका जो कभी गांव से इटावा शहर नहीं आई थी। आज वह देशके सबसे हाइटेक सिटी हैदराबाद के लिए उड़ान भर रही थी। भूमिका के लिए यह सब एक फिल्मी स्टोरी सा था। लेकिन महत्वाकांक्षी भूमिका भी प्लेन की उड़ान के साथ अपने सपनों की उड़ान भी भर रही थी। इस कैरियर की उड़ान में उनके साथ हिमानी जो भविष्य में यशोदा की भूमिका निभाने वाली थी वह भी साथ थी।
हिमानी के हर एग्जाम में खरी उतरीं
बिजनेस वूमेन हिमानी ने बताया कि भूमिका उनके हर टारगेट पर खरी उतर रहीं थी। भूमिका के लिए हिमानी कभी मां, कभी टीचर और कभी द्रोणाचार्य से कम नहीं थी। सभी रोल में हिमानी ने जो भी जैसे भी समझाया और जो करने का लक्ष्य दिया। उसमें भूमिका ने सफलता पूर्वक पूरा किया। हिमनी की मानें तो उसने कभी निराश नहीं किया। मेहनत और लगन देखकर हिमानी भी अपने निर्णय से संतुष्ट थी।
हैदराबाद के टाॅप स्कूल में एडमीशन
गांव में स्कूल का मंुह न देखने वाली भूमिका आज हिमानी के कारण हैदराबाद के टाॅप स्कूल की छात्रा है। एडमीशन के दौरान बेटी और मां को देखकर स्कूल प्रबंधन भी हैरान था। लेकिन दोनों ने अपने-अपने हिस्से की मेहनत से सबको अंचभ्भित कर दिया। स्कूल पढ़ने के दौरान व बाद में हिमानी ने उसे एक टीचर की तरह पढ़ाया और उसे अपडेट किया। आज वह हिन्दी अंग्रेजी की मास्टर है और तेलगू भाषा सीख रही है।
भरत नाट्यम की चल रही क्लास
अपने डांस शौक से अपना भाग्य पलटने वाले भूमिका आज अपने कैरियर की सफलता के लिए सभी ज्ञान के साथ भरत नाट्यम सीख रही है। मात्र दो साल के अंदर वह अपने टैंलेट और मेहनत के बल पर लगातार आगे बढ़ रहीं है। सोशल मीडिया पर भी भूमिका का जादू कैरियर पर फोकस के बाद समय मिलने पर वह स्कूलों के कार्यक्रम और सामाजिक स्थानों पर भी अपनी कला का प्रदर्शन करके सोशल मीडिया पर भी छाई है। सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर लाखों में उसके फैन हैं। भूमिका फिल्मी कलाकर श्रीदेवी की फैन है। बचपन से ही भूमिका श्रीदेवी की एक्ंिटग करती थी। सोशल मीडिया पर उसके डांस वीडियो बहुत वायरल हैं। फिलहाल हिमानी की कपा दष्टि से वह लगातार आगे कैरियर की तरफ बढ़ रहीं है।
छोटी श्रीदेवी के नाम से सोशल मीडिया पर जलवा
श्रीदेवी को अपना आदर्श मानने वाली भूमिका सोशल मीडिया पर छोटी श्रीदेवी के नाम से मशहूर है। श्रीदेवी की एक्टिंग और अदा से मीडिया पर उसका जलवा कायम है। वायरल होने वाले वीडियों में वह श्रीदेवी की तरह बोलती और उनकी एक्टिंग करने का हुनर रखती है।
पिता की संस्कारी सीख पर हिमानी
कानपुर परमट निवासी गिरीश चन्द्र वर्मा ने बचपन से ही हिमानी को गहरे संस्कार दिये। हिमानी कहती है कि वे कुछ अलग नही ंकर रहीं है। सिर्फ माता-पिता से मिले संस्कारों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। भूमिका की अच्छी दोस्त है खुशी हिमानी ने बताया कि जब भूमिका घर आयी तो मैं काफी दिमागी उलझन में थी। घर पर बेटी खुशी थी। दोनों में कैसे तालमेल होगा। इसको लेकर थोड़ा परेशान थी। लेकिन दोनों इतनी अच्छी बहनें और दोस्त बनी गयी। आपस में खेलना, पढ़ना, खाना व सोना सब एक साथ होता है।