रंग बौछार के बीच रज्जू बाबू मैदान से रवाना हुआ भैंसा ठेला
- March 20, 2025
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-हाथी व घोड़ा बने सहयोगी-शहर की तंग गालियों में होरियारों का स्वागत-मुस्लिमों ने भी लगाया गुलाल-फिल्मी गानों की धुन पर जमकर डांस-गोविंदा टीम ने तोड़ी बिराहना रोड की
-हाथी व घोड़ा बने सहयोगी-शहर की तंग गालियों में होरियारों का स्वागत-मुस्लिमों ने भी लगाया गुलाल-फिल्मी गानों की धुन पर जमकर डांस-गोविंदा टीम ने तोड़ी बिराहना रोड की
-हाथी व घोड़ा बने सहयोगी
-शहर की तंग गालियों में होरियारों का स्वागत
-मुस्लिमों ने भी लगाया गुलाल
-फिल्मी गानों की धुन पर जमकर डांस
-गोविंदा टीम ने तोड़ी बिराहना रोड की मटकी
Jagrat Times, कानपुर। गंगा मेला की सारी तैयारियां एक दिन पूर्व यानी बुधवार को हो गयी थी। गुरूवार की सुबह दस बजे अधिकारियों और वरिष्ठ क्षेत्रवासियों के बीच पूजा-अर्चना के बाद राष्ट्गान कराकर शहर भ्रमण के लिए रवाना किया।
भैंसा ठेला के साथ हाथी और घोड़ा
हटिया से जैसे ही होरियारों के साथ परम्परा अनुसार भैंसा ठेला रवाना हुआ। मोहल्लों के लोगों ने जमकर रंग-गुलाल उड़ाकर उसका भव्य स्वागत किया। ठेला के साथ परम्परा अनुसार, हाथी, घोड़ा और उंट भी साथ चले। हजारों होरियारों का हूजुम थिरकता हुआ शहर की गालियों में भ्रमण करने लगा।
हाटिया के आसपास हजारों लीटर रंग था तैयार
ऐतिहासिक होली का स्वागत करने के लिए हाटिया के आसपास के क्षेत्र पूरी तरह तैयार थे। होरियारों के स्वागत के लिए 70 हजार लीटर रंग तैयार किया गया था। ठेला पहंुचते ही नाचते होरियारों का रंग की बौछार करके शानदार स्वागत किया। फिल्मी धुनों पर मस्त होरियारे होली का पूरा आनंद उठाते हुए नाच रहे थे।
मुस्लिमों ने भी खेली होली, स्वागत किया
शहर भ्रमण के दौरान कई स्थानों पर होरियारों का मुस्लिमानों ने माला पहनाकर भव्य स्वागत किया। साथ ही होरियारों का रंग लगाकर शुभकामनाएं दी। होरियारों ने भी उनके साथ होली खेली। होली के इन रंगों के देखकर पर्व का उत्साह और भी बढ़ गया।
बिराहना रोड पर खूब होई कपड़ा फाड़ होली
हजारों की संख्या में बिराहना रोड में एकजुट हुए होरियारों ने फिल्मी धूनों पर डांस करते हुए एक दूसरे के जमकर कपड़े फांडे। स्थिति यह हो गयी कि पूरे बिराहना रोड में फैले बिजली के तार र फटे कपड़ों से छिप गये।
गोविंदा ने फोड़ी बिराहना रोड की मटकी
परपंरा के अनुसार, हर साल बिराहना रोड की पीली बिल्डिंग पर मटकी बांधी जाती है। इसकों तोड़ने के लिए शहर भर से होरियारे जुटते है। इसबार मटकी तीस फिट की हाइट पर बांधी गयी। बड़ी संख्या में होरियारें से तोड़ने के लिए प्रयासरत रहे। लेकिन आखिरी में गोविंदा टीम ने पानी फुहार के बीच मटकी तोड़ने में सफलता पायी। मटकी फोड़ने की प्रतियोगिता में बारह टीमों ने हिस्सा लिया था। विजयी गोविंदा टीम को 5100 का पुरस्कार मिला।