आयुक्त, ग्राम्य विकास श्री जी0एस0 प्रियदर्शी ने शिक्षार्थियों एवं साक्षरता स्वयं सेवकों को किया सम्मानित
March 12, 2025
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Jagrat Times , लखनऊ/ राजधानी लखनऊ स्थित होटल हयात रीजेंसी में HCL फाउंडेशन के सामुदायिक कार्यक्रम “समुदाय” ने प्रमुख हितधारकों के साथ मिलकर “सशक्तिकरण हेतु साक्षरता: सतत ग्रामीण
Jagrat Times , लखनऊ/ राजधानी लखनऊ स्थित होटल हयात रीजेंसी में HCL फाउंडेशन के सामुदायिक कार्यक्रम “समुदाय” ने प्रमुख हितधारकों के साथ मिलकर “सशक्तिकरण हेतु साक्षरता: सतत ग्रामीण विकास के लिए नींव निर्माण” नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जनपद हरदोई में साक्षरता हस्तक्षेप के 10 वर्षों का जश्न मनाने और ग्रामीण शिक्षा एवं विकास में हुए सकारात्मक परिवर्तनों को उजागर करने के लिए आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में आयुक्त/सचिव, ग्राम्य विकास, उ0प्र0 श्री जी0एस0 प्रियदर्शी को बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। HCL फाउंडेशन के पदाधिकारियों द्वारा आयुक्त/सचिव, ग्राम्य विकास, उ0प्र0 श्री जी0एस0 प्रियदर्शी का जोरदार और गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। उन्होंने उन CLVs और शिक्षार्थियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने सबसे अधिक नामांकन, उत्कृष्ट करियर रिकॉर्ड और सामाजिक बाधाओं के बावजूद उपलब्धियाँ हासिल कीं
इस कार्यक्रम में विचार-विमर्श, अनुभव साझा करने के सत्र और सामुदायिक साक्षरता स्वयंसेवकों (CLVs) व उन शिक्षार्थियों का सम्मान किया गया जिन्होंने जमीनी स्तर पर साक्षरता प्रयासों में योगदान दिया। सरकारी अधिकारियों, कॉर्पोरेट नेताओं और सामाजिक क्षेत्र के विशेषज्ञों ने इसमें भाग लिया और वंचित समुदायों में मौलिक, वित्तीय और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर चर्चा की। योगेश कुमार, डिप्टी जनरल मैनेजर, एचसीएल फाउंडेशन ने समग्र ग्रामीण विकास की दिशा में “प्रोजेक्ट समुदाय” के प्रभावों पर चर्चा की और सरकारी विभागों के सहयोग से इसे और व्यापक बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने 1.58 लाख शिक्षार्थियों को साक्षर बनाने में योगदान देने वाले स्वयंसेवकों को बधाई दी और महिलाओं की डिजिटल साक्षरता बढ़ाने की महत्ता को रेखांकित किया। मुख्य अतिथि आयुक्त एवं सचिव, ग्राम्य विकास, उत्तर प्रदेश श्री जी0एस0 प्रियदर्शी ने एचसीएल फाउंडेशन के साक्षरता प्रयासों की सराहना की और कहा कि साक्षरता को शिक्षा के व्यापक दृष्टिकोण के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने डिजिटल उपकरणों, एआई और शैक्षिक सॉफ्टवेयर को स्थानीय भाषाओं में विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि सीखने की प्रक्रिया को अधिक समावेशी और प्रभावी बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा नागरिकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण विषय है और ये बताना होगा कि शिक्षा उनके लिए एक उपहार की भांति है।