समिति परिवार की आस्था का फल है केशव मधुबन पार्क का भव्य रामेष्ट धाम
- March 6, 2025
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-पिछले 14 सालों से हो रहा है पार्क में सुंदरकांड-अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पर यहां लिया गया हनुमान मंदिर निर्माण का संकल्प-धार्मिक अनुष्ठानों पर यहां होता रहा संत
-पिछले 14 सालों से हो रहा है पार्क में सुंदरकांड-अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पर यहां लिया गया हनुमान मंदिर निर्माण का संकल्प-धार्मिक अनुष्ठानों पर यहां होता रहा संत
-पिछले 14 सालों से हो रहा है पार्क में सुंदरकांड
-अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा पर यहां लिया गया हनुमान मंदिर निर्माण का संकल्प
-धार्मिक अनुष्ठानों पर यहां होता रहा संत समागम
-चुनाव के समय यहां माथा टेकने आते रहे प्रत्याशी
-भक्त और संतों ने देखा था भव्य हनुमान मंदिर का सपना
-मंदिर निर्माण के सारथी बनें राजेन्द्र अवस्थी
-समिति परिवार और भक्तों ने किया सहयोग
-जयपुर से आकर मंदिर में विराजे बाबा
Akhilesh Mishra, kanpur / कहते है मन साफ और भगवान के प्रति सच्ची लगन हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। भक्ति में शक्ति का स्पष्ट उदाहरण है दक्षिण के केशव मधुबन वाटिका केशव नगर में बना भव्य रामेष्ट धाम हनूमान मंदिर। पिछले चौदह सालों से यहां प्रत्येक मंगलवार को राम भक्त हनुमान के चित्र के समीप सुंदरकांड हो रहा था। बीतें सालों में यहां होने वाले अनके धार्मिक अनुष्ठान में संतों का आगमन हुआ और जाते समय उन्होंने यहां एक भव्य हनुमान मंदिर बनाने का मार्ग दिखाया। भक्तों और समिति के सहयोग से आज यह मंदिर दक्षिण में आकर्षण का केन्द्र है।
अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के दिन यहां भूमि पूजा
समिति महामत्री राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि मंदिर निर्माण को धरातल में लाना सभी समिति सदस्यों का लक्ष्य बन गया। इसको पूरा करने का सभी ने संकल्प लिया और इसी के तहत 22 जनवरी 2024 जब अयोध्या में रामलला मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान चल रहा था। इसी पवित्र दिन को साक्षी मानकर यहां पर राम भक्त हनुमान के मंदिर के लिए भूमि पूजन कराया गया।
समिति सदस्यों और भक्तों ने किया सहयोग
समिति अध्यक्ष जयराम जी दूबे ने बताया कि निर्माण कार्य एक बड़ा संकल्प था। भूमि पूजन के बाद काम का शुभारंभ हुआ। धीरे-धीरे काम गति पकड़ने लगा। लेकिन मंदिर बनने के समय समिति सदस्यों और भक्तों ने अपने-अपने स्तर पर श्रमदान व आर्थिक दान करके मंदिर भव्यता में भरपूर सहयोग किया।
जयपुर से आयी बाबा की प्रतिमा
मंदिर निर्माण कार्य में तन, मन व धन से समर्पित रहने वाले समाजसेवी व समिति के महामंत्री राजेन्द्र अवस्थी मंदिर में भगवान हनुमान की जीवंत प्रतिमा विराजमान कराना चाहते थे। भव्यता और सुंदरता के लिए उन्होंने महीनों खोज की। लेकिन मन न भरने पर वे अचानक राजस्थान में जयपुर चले गये। इतना ही नहीं इन्होंने जयपुर में वह दुकान खोज निकाली जहां से अयोध्या के रामलला मंदिर के लिए भगवान की विभिन्न प्रतिमाएं भेजी गयी थी। वहीं, से रामभक्त हनुमान जी का विग्रह लाएं और विराजमान कराया।
एक साल में बना अलौकिक मंदिर
महामंत्री राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि भूमि-पूजन के बाद लगातार निर्माण कार्य होने के कारण पूरा एक साल यानी दो फरवरी 2025 को बनकर तैयार हुआ। बसंत पंचमी के दिन भगवान की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन हुआ। चार फरवरी को सुंदरकांड और भजन संध्या के साथ भव्य भंडारा हुआ। इसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने उपस्थित रहकर दर्शन के साथ भोग चखा।
विशेष सहयोग करने वाले बाबा के भक्त
निर्माण कार्य में सभी भक्तों ने अपने सामर्थ के हिसाब से भरपूर सहयोग किया। लेकिन कुछ भक्तों ने विशेष योगदान दिया उसमें से डीके निगम, जयंती बाजपेयी, श्यामबिहारी शर्मा, वी के दीक्षित, जयराम दूबे, संजय भदौरिया, सी एस मिश्रा, शालिगराम शर्मा, विमला स्वामी, संत प्रतिमा प्रेम, राजेश अवस्थी, राजेश अग्रवाल, सुनील पांडेय, राज कुमार शर्मा, पीके त्रिपाठी, डाॅ0सीएस गौड़, शिव कुमार, डीपी आर्या, यूसी सेंगर, आर के सिंह यादव, अरूण अग्रवाल व राजेश त्रिवेदी हैं।
दरबार में दर्शन के लिए आते हैं वीआईपी
समाजसेवी राजेन्द्र अवस्थी ने बताया कि मंदिर बाबा का सिद्ध दरबार है। इसलिए यहां पर मंगलवार को भक्तों का तांता होता है। चुनाव के समय यहां पर भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी, मेयर प्रमिला पांडेय, जगतवीर सिंह द्रोण, विधायक महेश त्रिवेदी, पूर्व सांसद सत्यदेव पचैरी, अध्यक्ष शिवराम सिंह, कौशल किशोर दीक्षित व रामदेव शुक्ला का आगमन होता रहा है।