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पंडित चन्द्रकान्त शुक्ला से जानिए, आखिर हस्तरेखा शास्त्र है क्या ?

  • March 4, 2025
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City Desk, हस्तरेखा शास्त्र (Palmistry) एक प्राचीन विद्या है, जिसमें व्यक्ति के हाथ की रेखाओं, उंगलियों, पर्वों (joints), और हथेली की बनावट को देखकर उसके भविष्य, स्वभाव और

पंडित चन्द्रकान्त शुक्ला से जानिए, आखिर हस्तरेखा शास्त्र है क्या ?

City Desk, हस्तरेखा शास्त्र (Palmistry) एक प्राचीन विद्या है, जिसमें व्यक्ति के हाथ की रेखाओं, उंगलियों, पर्वों (joints), और हथेली की बनावट को देखकर उसके भविष्य, स्वभाव और जीवन से जुड़ी जानकारियाँ प्राप्त की जाती हैं। इसे सामुद्रिक शास्त्र (Samudrik Shastra) का हिस्सा माना जाता है।

हथेली के प्रमुख भाग:

  1. मुख्य रेखाएँ (Major Lines)

जीवन रेखा (Life Line) – व्यक्ति की सेहत, ऊर्जा और जीवनकाल को दर्शाती है।

मस्तिष्क रेखा (Head Line) – बुद्धिमत्ता, सोचने का तरीका और मानसिक क्षमता को दिखाती है।

हृदय रेखा (Heart Line) – प्रेम, भावनाएँ और हृदय से जुड़े पहलुओं को दर्शाती है।

भाग्य रेखा (Fate Line) – किस्मत और करियर की स्थिति को बताती है (सभी के हाथ में नहीं होती)।

  1. अन्य महत्वपूर्ण रेखाएँ (Minor Lines)

सूर्य रेखा – प्रसिद्धि और सफलता का संकेत देती है।

मंगल रेखा – साहस, आत्मविश्वास और आक्रामकता को दर्शाती है।

चंद्र रेखा – कल्पनाशक्ति, रचनात्मकता और यात्रा से जुड़ी होती है।

  1. हथेली के पर्वत (Mounts in Palmistry)

शनि पर्वत – अनुशासन, गंभीरता और मेहनत।

गुरु पर्वत – नेतृत्व क्षमता, ज्ञान और शिक्षा।

सूर्य पर्वत – प्रसिद्धि, कला और रचनात्मकता।

मंगल पर्वत – साहस और संघर्ष क्षमता।

चंद्र पर्वत – कल्पनाशक्ति और भावनाएँ।

बुध पर्वत – बुद्धिमानी, व्यापार और संवाद क्षमता।

हस्तरेखा कैसे पढ़ी जाती है?

पुरुषों के लिए दायाँ हाथ, महिलाओं के लिए बायाँ हाथ मुख्य रूप से देखा जाता है।

रेखाओं की गहराई, लंबाई, टेढ़ापन और स्पष्टता का विश्लेषण किया जाता है।

हथेली के उभार और उंगलियों के आकार का भी अध्ययन किया जाता है।

क्या हस्तरेखा शास्त्र सही होता है?

हस्तरेखा शास्त्र एक प्राचीन विद्या है, लेकिन यह पूर्ण वैज्ञानिक आधार पर नहीं टिकी है। कई लोग इसे अनुभव और सांस्कृतिक ज्ञान के आधार पर मानते हैं।

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