देवांशी को कोचिंग में एडमीशन दें, फीस मैं दूंगा डीएम
- March 1, 2025
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-जनसुनवाई में पहंुचे थे पिता और बेटी-मकान के पीछे हिस्से में हो गया था कब्जा-पढ़ाई में होनहार बेटी को डीएम ने सराहासिटी डेस्क, कानपुर। मकान के पीछे वाले
-जनसुनवाई में पहंुचे थे पिता और बेटी
-मकान के पीछे हिस्से में हो गया था कब्जा
-पढ़ाई में होनहार बेटी को डीएम ने सराहा
सिटी डेस्क, कानपुर। मकान के पीछे वाले हिस्से को कब्जा मुक्त कराने की शिकायत लेकर जनसुनवाई में पहुंची देवांशी और उसके पिता जैसे ही डीएम के समाने आएं। अधिकारी ने परेशानी सुनने के साथ ही छात्रा देवांशी से पढ़ाई के बारे में पूछा। छात्रा ने आर्थिक तंगी का हवाला देकर शिक्षा को प्रभावित बताया। जिलाधिकारी ने पूछा क्या करना चाहती हो। देवांशी ने यूपीएसएसी की तैयारी की मंशा जाहिर की। लगन और मेहनत को भांपकर डीएम जितेन्द्र कुमार सिंह ने छात्रा को तैयारी करने को कहा और कोचिंग संचालक से बात करके स्वंय फीस भरने की बात कहीं।
जनसुवनाई में पहुंचे थे बेटी और पिता
जिलाधिकारी के जनसुनवाई केेन्द्र में मदद की गुहार लगाने नौेबस्ता पुरानी बस्ती निवासी राजकुमार कुशवाहा बेटी देवांशी के साथ पहंुचे थे। मकान के पीछे वाले हिस्से में एक युवक ने कब्जा कर लिया था। सुनवाई के दौरान डीएम ने परेशानी को समझा और तत्काल उसका हल निकालने का आदेश दिया। एसीएम ने दोनों पक्षों में समझौता कराकर प्रकरण समाप्त कराया।
डीएम ने पूछा कैसी चल रही पढ़ाई
बातचीत के दौरान जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार सिंह ने देवांशी से पढ़ाई के बारे में पूछा। देवांशी ने बताया कि वह डीबीएस कालेज के दूसरे साल की छात्रा है। आगे की तैयारी क्या है के सवाल पर देवांशी ने बताया कि यूपीएसएसी की तैयारी करना चाहती हूं लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक न हो पाने के कारण संभव नहीं हो पा रहा है। बातचीत के क्रम में अधिकारी ने छात्रा की मंशा भांप ली।
डीएम कार्यालय से पहंुचा कोचिंग संचालक को फोन
अधिकारी ने छात्रा को अश्वास्त किया कि तुम मन लगाकर पढाई करो फीस व्यवधान नहीं बनेगी। डीएम ने ततकाल यूपीएससी कोचिंग संचालक को फोन लगवाया और बात करके कहा कि देवांशी को क्लास में एडमीशन दे। फीस मैं भरूंगा। अधिकारी ने छात्रा को एक शिक्षक की तरह गाइड किया।