-फिजीशियन डाॅक्टर मधूलिका ने दी जानकारी
-असामान्य ब्लीडिंग होना भी विशेष कैंसर के संकेत
-ह्यूमन पेपिलोमा वायरस सबसे बड़ा कारण
-यूटरस पर होता है संक्रमण का अटैक
Kanpur Desk, कानपुर। मेहनत के साथ परिवार का पूरा ध्यान रखने वाली पारिवारिक महिलाएं स्वंय अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होने से वे सर्वाइकल की बीमारी का शिकार हो रही हैैं। पीठ में दर्द या फिर थोड़ी-थोड़ी देर में पेशाब आना बीमारी के संकेत है। तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करके इलाज कराएं। महिलाओं को होने वाले रोगों पर खास जानकारी वरिष्ठ होमोपैथिक फिजीशियन डाॅक्टर मधूलिका शुक्ला ने दी।
अचानक क्लीनिक में बढ़ी सर्वाइकल मरीजों की संख्या
महिलाएं अपनी सेहत के प्रति लापरवाह होती है। इलाज न कराने पर एक उम्र के बाद कई घातक रोगों के चपेट में आ जाती है। काम के दौरान अधिक पेशाब आना या फिर पीठ दर्द बना रहना सर्वाइकल बीमारी के खास लक्ष्ण है। समय से इलाज न होने पर यह घातक कैंसर का रूप लेती है।
बच्चेदानी को संक्रमित कर रहा वायरस
चिकित्सक ने बताया कि वायरस खतरनाक होता है। शरीर में प्रवेश होने के बाद जल्दी कैच नहीं होता है। शुरूआती समय में इसके लक्ष्ण भी ऐसे नहीं होते की उसकी पहचान हो सके। लेकिन यह अंदर ही अंदर बच्चेदानी को संक्रमित करता है। पीड़ित महिला जबतक चिकित्सक के सम्पर्क में आती है तबतक यह बच्चेदारी को क्षतिग्रस्त कर देता है।
वायरस अटैक से शरीर में परिवर्तन
संक्रमण जैसे ही शरीर में प्रवेश करेगा शरीर में अजीब से बदलाव होने लगेंगे। इन्हीं बदलाव ही संक्रमण के शरीर में पहंुचने के संकेत देते है। परिवर्तन के तह्त महिलाओं को दिन में कई बार या फिर कहे थोड़ी-थोड़ी देर में पेशाब महसूस होगी। पीठ व कमर में दर्द होने लगेगा। पेशाब अनियंत्रित होने लगेगी। पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग अधिक होगी। कई बार तो पेशाब में ब्लड आने लगता है।